वन यात्रा
संगठन के विस्तार एवं सुदृढ़ीकरण में वन यात्राओं का अन्यतम योगदान हैl नगरीय परिवारों एवं शुभचिंतकों को दो-तीन दिन से लेकर सप्ताह भर के लिए वन क्षेत्र में ले जाकर उनका वनवासी समाज से सीधा संपर्क वनयात्राओं के माध्यम से करवाया जाता है। वनवासी जीवन को स्वयं अपनी आंखों से देख कर अनुभव करना, वनवासी की झोपड़ी में बैठकर उसके साथ भोजन या चाय पीना, रात्रि में उनके साथ नृत्य करना, उनकी सरलता, उनका आतिथ्य, अपनी परंपराओं के प्रति उनकी निष्ठा, अभाव के बीच उनका सात्विक संतोष सभी कुछ शहरवासियों के लिए जीवन का अभूतपूर्व रोमांचक अनुभव होता है। सभी निर्विवाद रूप से स्वीकार करते हैं कि जो बात सैकड़ों भाषणों से भी समझ में नहीं आ सकती, एक वनयात्रा में ही वह अनुभव में उतर जाती है।