पूर्वांचल कल्याण आश्रम, दक्षिण बंग के तत्वावधान में विभिन्न नगरों में डॉक्टरों से संपर्क करके स्वास्थ्य शिविरों का व्यापक रूप से आयोजन किया जाता है।कोलकाता, रांची, धनबाद जमशेदपुर, रानीगंज, दुर्गापुर आदि शहरों से सेवाभावी चिकित्सकों को हमारे कार्यकर्ता वनवासी गांव में ले जाते हैं तथा गांव के किसी विद्यालय अथवा प्रकल्प को केंद्र करके 1 या 2 दिन का स्वास्थ्य शिविर लगाया जाता है।आसपास के गांव के वनवासी भी स्वास्थ्य परीक्षण हेतु शिविर में आ जाते हैं।इन चिकित्सा शिविरों में 400 से लेकर 1500 तक वनवासियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है तथा रोगानुसार औषधियां दी जाती है।इन शिविरों में वनवासियों का नेत्र परीक्षण भी किया जाता है तथा उनकी आवश्यकतानुरूप चश्मे बनवाकर भेज दिए जाते हैं।गंभीर रोगियों का इलाज अथवा सर्जरी शहरों में बुलाकर किया जाता है।
इन शिविरों में स्वास्थ्य चर्चा व स्वास्थ्य के संदर्भ में आवश्यक जानकारियां भी दी जाती है।वनवासियों को योग, प्राणायाम एवं आसनों का महत्व बताते हुए उनका प्रशिक्षण दिया जाता हैं।
कुपोषण की समस्या एवं उसके समाधान के संदर्भ में भी आवश्यक जानकारी दी जाती है।इन चिकित्सा शिविरों के माध्यम से नगरवासी एवं वनवासियों के बीच भावनात्मक एकता के सूत्र मजबूत होते हैं।नगरों एवं महानगरों के चिकित्सक भी वनवासी समाज का स्वास्थ्य परीक्षण कर एवं उन्हें समुचित परामर्श प्रदान कर स्वयं में आत्मिक संतोष का अनुभव करते हैं।वनांचलो में चिकित्सकीय सेवाओं की आवश्यकता भी उन्हें ध्यान में आती है।
इस प्रकार इन चिकित्सा शिविरों के माध्यम से पूरे वनवासी क्षेत्र में स्वास्थ्य के प्रति जागरण का कार्य तेजी से हो रहा है।
Under the auspices Purvanchal Kalyan Ashram, Medical camps are held regularly in rural
areas using the services of doctors from cities.
Service minded doctors from Kolkata, Ranchi, Dhanbad, Jamshedpur, Raniganj, Durgapur etc. are contacted by our Karyakartas and taken to rural areas where an one or two day medical camp is organised in some school or any of Kalyan Ashram’s project. Nearly 400 to 1500 Vanvasis from nearby villages come to these camps in a day for medical check-up and medicines are also given based on their medical need. Eye testing is also done and spectacles are given to the needy. For treatment of critical illnesses or surgeries, the vanvasis are also brought to cities by our karyakartas.
In these medical camps health and hygiene awareness programmes are also conducted. The problems arising out of malnutrition and their remedies are explained. The vanvasis are informed of the importance of Yoga and Pranayam and training for the same is also imparted.
The medical camps create an emotional connection and feeling of oneness between the city dwellers and vanvasis. It gives a lot of happiness and satisfaction to the doctors involved in this project and makes them aware of the medical requirements in these rural areas.
Due to these medical camps, awareness towards health and hygiene is growing fast in the rural areas.